राहुल गांधी की आपराधिक पृष्ठभूमी
राहुल गांधी की आपराधिक पृष्ठभूमी
राहुल गांधी -सुकन्या बलात्कार काण्ड के बारे में लगभग सबको पता चल चुका है .और राहल के अपराधों की लिस्ट और बड़ी हो सकती है। परन्तु उन में से दो ऐसे अपराध हैं जिनके प्रमाणिक तथ्य उपलब्ध है ,वे इस प्रकार हैं ।
१-सितम्बर २००१ में राहुल अपनी सीक्रेट वाइफ जुअनिता उर्फ़ वेरोनिका के साथ अमेरिका के बोस्टन एयर पोर्ट पर ऍफ़ बी आई द्वारा गिरफ्तार किया गया था .उसके पास से इटालियन पासपोर्ट ,और सूटकेस से अवैध रूप से २०००० अमेरिकन डालर बरामद हुए थे। इस गिरफ्तारी के बारे में लखनऊ के ६ वकीलों ने हाईकोर्ट के माध्यम से ऍफ़ बी आई से जानकारी देने हेतु एक याचिका भी दायर भी की थी।
राहुल को छुडाने के लिए सोनिया ने ब्रिजेश मिश्रा से अनुरोध किया था .जो उस समय प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के सलाहकार थे। ब्रिजेश मिश्रा की लड़की ज्योत्स्ना एक इटालियन व्यक्ती से ब्याही है ,जो सोनिया का परिचित था.उसने ज्योत्स्ना के माध्यम से ब्रिजेश मिश्रा पर दवाब डाला की वह बाजपेयी से ,राहुल को छुडाने के लिए बुश प्रशाशन से कहें .और इस तरह से बाजपेयी के प्रयासों से राहुल को छुडाया जा सका था।
२-इंडियन एक्सप्रेस दिनांक ०३जन ०५ के अनुसार अपनी कोलंबियन गर्ल फ्रेंड जुअनिता के साथ केरल के कुमार कौनम ताज होटल में तीन दिन-रात रहा था .यह जगह केरल के कोच्ची नाम की जगह के पास है .जब होटल के मालिक ने राहुल से उसके साथ वाली लड़की के बारे में जानकारी चाही तो ,राहुल ने गोलमाल सा जवाब दिया। इस पर उसी होटल में रुके हुए एक रिटायर्ड प्रोफेसर जोन एम् इत्ती ने ३१दिसम्बर ०४ को लेरल की अलिपुज्हा जिला अदालत में राहुल के ख़िलाफ़ इम्मोरल ट्रैफिक एक्ट के अधीन मुकद्दमा दायर कर दिया था .यह केस अभी अदालत में लंबित है ।
इस से आप समझ सकते हैं की राहुल किस प्रकार का व्यक्ति है .उसे सच्चाई छुपाने की क्या जरूरत थी। सच तो यह है की पूरा सोनिया परिवार ही झूठा है राहुल के बाप राजीव ने दावा किया था की उसने कैम्ब्रिज से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री की थी ,जो बाद में सरासर झूठ निकला .उसकी माँ ने कहा की उसने कैम्ब्रिज सेअन्ग्रेज़ी की डिग्री ली है,यह भी झूठ है .उसने सिर्फ़ एक कोचिंग स्कूल से अन्ग्रेज़ी सीखने का प्रमाण पत्र लिया है.अब राहुल भी ख़ुद को एम् फिल बताता फिरता है ,लेकिन जब उसने बी ऐ पास ही नहीं किया तो ,तो एम् फिल होना कैसे सम्भव हो सकता है।
यह सब मकार और चार सौ बीस हैं .ऐसे लोगों से देश को बचाना हमारा परम कर्तव्य है।
३-नेहरू गांधी परिवार बेनकाब
१०-संजय गांधी-चूंकि फिरोज गांधी १८४४ से ही इंदिरा से अलग रहने लगा था ,और उस दरमियान उसके सम्बन्ध तारकेश्वरी सिन्हा ,महमूना सुल्ताना और सुभद्रा जोशी से हो गए थे .और इंदिरा गांधी ने मुहम्मद यूनुस से सम्बन्ध बना लिए थे। इसी नाजायज़ सम्बन्ध से १९४६ में संजय पैदा हुआ .कुछ सालों के बाद इंदिरा फ़िर से गर्भवती हो गई ,और वह गर्भपात कराने बैंगलोर गयी थी .लेकिन उसने लोगों यह बताया की वह संजय का इलाज करने जा रही है ,जिसके कानों में सुनने की तकलीफ है.लेकिन सच यह है की उसे अपना गर्भपात और संजय का खतना कराना था.कहा जाता है की यह गर्भ धीरेन्द्र ब्रह्मचारी से थे।
बड़े होने पर संजय को अपने भाई राजीव की तरह कैम्ब्रिज में पढने के लिए भेजा गया .वहां उसने एक कार की चोरी की थी .गिरफ्तारी से बचने के लिए उसे कृष्ण मेनन ने दूसरा पासपोर्ट जारी कर दिया जिस पर उसका नाम संजय था ,जबकी पहिले उसका नाम संजीव था .इस चालाकी से उसे गिरफ्तारी से बचाया गया ।
इंग्लैंड से वापिस आने पर उसे धीरेन्द्र और इंदिरा के संबंधों का पता चला .जब वह लन्दन में था तो ,अखबारों में इंदिरा और धीरेन्द्र के आपत्तिजनक फोटो छपे थे। इसलिए संजय इंदिरा को ब्लैकमेल करता था और उस पर हाथ भी उठा देता था। और शारीरिक रूप से भी प्रताडित करता था .तंग आकर इंदिरा ने के जी बी की मदद से संजय की ह्त्या षड़यंत्र रचा .क्योंकि इंदिरा ने इसके लिए के जी बी से यह कहा था की संजय अमरीका समर्थक है। और इसीलिए के जी बी इस ह्त्या के लिए खुशी खुशी तय्यार हो गयी ,और इस ह्त्या को एक दुर्घटना का रूप दे दिया गया ।
१२-प्रियंका- इसका जन्म १९७२ ने हुआ .क्योंकि राजीव ईसाई बन चुका था इसलिए सोनिया ने अपनी बड़ी लड़की का नाम बियेन्का रखा .और यही नाम उसके स्कूल में लिखा है। लोगों को धोका देने के लिए उसने अपना नाम प्रियंका लिया है। इसकी शादी मुरादाबाद निवासी ,राजेद्र वडेरा के लड़के रॉबर्ट वडेरा से हुई ,व्यवसायिक विवाद के कारण प्रियंका की रॉबर्ट के भाई रिचार्ड से अनबन रहती थी और प्रायः झगडे होते थे। और आख़िर एक दिन वह सितम्बर २००३ में दिल्ली की वसंत विहार कालोनी में संदेहास्पद स्थिति में मरा हुआ पाया गया था। मौत के कारणों की आज तक कोई जांच नहीं की गयी।
प्रियंका के दोनों बच्चे ,रेहन और मिराया विदेश में पढ़ रहे हैं
यह सब जानकर आप ख़ुद समझ सकते हैं की यह मुस्लिम- ईसाई वर्ण संकर परिवार कई पुश्तों से हिन्दुओं को कैसे मूर्ख बनाकर ,सत्ता पर कैसे कब्जा किए हुए है ।
अब समय आगया है की इनको सत्ता से दूर रख कर ,महत्त्व पूर्ण पदों से वंचित कर दिया जाए .इसी से देश का भला होगा।
२-नेहरू गांधी परिवार बेनकाब
६-इंदिरा गांधी -लोग इंदिरा गांधी को नेहरू और कमला की संतान मानते हैं .लेकिन कमला के नाजायज़ सम्बन्ध मंजूर अली थे जो मुबारक अली का बेटा था .इंदिरा उसी की औलाद थी .इंदिरा जिंदगी भर एक मुसलमान की तरह रही। उअका बचपन का नाम प्रिय दर्शिनी था .एक बार उसने नेहरू के सचिव एम् ओ मथाई से कहा था की में कभी किसी हिन्दू दे शादी नहीं करूंगी .मुझे उन से नफ़रत है .यही कारण था की जब वह प्रधान मंत्री थी तो उसके चारों तरफ़ मुसलामानों का जमावडा रहता था ।
जब वह शान्ति निकेतन में पढ़ती थी तो उसके सम्बन्ध एक जर्मन से थे। बदनामी के डर से उसकी शादी फिरोज़ से कर दी गयी। वह मुसलमान था .उसका बाप नवाब खान था ,जिसकी पत्नी पारसी थी जो मुसलमान बन गई थी .गांधी के कहने पर फिरोज़ खान ने अपना नाम फिरोज़ गांधी कर लिया ,और इसके उसने लन्दन में एक हलफनामा भी पेश किया था। .पाहिले इंदिरा और फिरोज़का निकाह लन्दन में इस्लामी ढंग से हुआ था ,जिसकी खबर वहां के अखबारों को दी गई थी। बाद में भारत आने पर हिन्दू रीति से दिखावे की शादी की गयी ताकि लोगों धोके में रखा जा सके।
फिरोज़ ने इंदिरा का निकाहनामे में नाम मैमूना बेगम लिखवाया था। वह काफी लालची आदमी था और नेहरू से बार बार पैसों की मांग करता था .तंग आकर एक दिन नेहरू ने उसे घर से निकाल दिया ,और उसे इंदिरा से मिलने की मनाही कर दी थी। इंदिरा भी उस से ऊब चुकी थी । फिरोज भी अलग रहने लगा और १९४४ से लेकर अपनी मौत १९६० तक अलग ही रहा। यद्यपि उनका कानूनी तौर से तलाक नहीं हुआ था लेकिनफिरोज ने इंदिरा को छोड़ दिया था।
७-राजीव गांधी- इसका जन्म १९४४ में हुआ.यह मैमूना और फिरोज की संतान था। इसकी इस्लामी रीति से खतना की गई थी .उसे मुहम्मद युनुस ने इस्लामी तौर तरीके सिखाये थे,बाद में उसे पढने के लिए कैम्ब्रिज ,लन्दन भेजा गया। लेकिन वह पढने की जगह ,अपना समय गन्दी किताबी पढने और आवारा लड़कियों के पीछे लगाता था। तीन सालों में उसने एक भी परीक्षा पास नहीं कि इसीलिए उसे होस्टल खाली करने को कहा गया.बाद में बाक़ी समय उसने भारतीय राजदूत के घर में गुज़ारा .वहीं पर उसकी दोस्ती माधव राव सिंधिया से हुई थी। बाद में दोनों काफी घनिष्ट मित्र हो गए थे।
एक बार दोनों ने मौज मज़े के लिए ,रात भर के लिए एक इटैलियन लड़की को बुलाया .उस रात के बाद राजीव उस लड़की को अक्सर बुलाने लगा। लड़की को प्रभावित करने के लिए उसने ख़ुद को एक बिना लाइसेंस का पायलट ,यानि ट्रेनी बताया .लेकिन उस लड़की इरादे कुछ और ही थे। आगे चल कर अपनी योजना के अनुसार उस लड़की ने राजीव से शादी कि .जसे हम सोनिया के नाम से जानते हैं
८-सोनिया-इसका असली नाम अका अनातोनिया है और पारिवारिक नाम माईनो है .इसके पिता का नाम स्तेफेनो माईनो है सोनिया का जन्म उत्तरी इटली में तुरीन के पास ओब्रस्सानो में हुआ था .उसकी बहिन का नाम अलेस्संद्रा है। इसका जन्म निम्न वर्ग के ग्रामीण परिवार में हुआ .गरीब होने के कारण सोनिया ने एक ईसाई मिसनरी में कुछ पढाई की थी। दूसरी गरीब इटालियन लड़किओं कि तरह उसकी भी जल्दी रुपया कमाने कि इच्छा थी। किसी ने उसे सलाह दी वह कैम्ब्रिज या ऑक्सफोर्ड चली जाए, जहाँ दुनिया भर के धनी लड़के पढने और खूबसूरत लड़किओं के लिए आते हैं .सोनिया भी एक पार्ट टाईम मैड काम चाहती थी .उसने घर में बताया कि वह अंग्रेजी सीखने जा रही है जो उसकी नौकरी में फायदेमंद होगा ।
वहीं कैम्ब्रिज में एक रात राजीव ने सोनिया को ग्रीक पिज्जा पैलेस नाम की जगह पर बुलाया था। और बाद में सोनिया के कहने पर राजीव ने कैथोलिक ईसाई धर्म स्वीकार करके उस से शादी कि और अपना नाम रोबेर्तो कर लिया .इनकी दो संतानें हुयीं .बियेन्का और रा उल जिन्हें लोग राहुल और प्रियंका कहते हैं ।
शादी के बाद भी सोनिया के सम्बन्ध माधव राव सिंधिया से काफी समय तक रहे। लेकिन एक समय जब यह दोनों शराब पीकर घर लौट आरहे थे तो उनका अक्सीडेंट हो गया उस समय रात का एक बजा था .सोनिया माधव राव को घायल अवस्था में छोड़ कर ऑटो में बैठ कर भाग गयी थी .माधव राव को नजदीकी हॉस्टल के कुछ बच्चों ने अस्पताल पहुंचाया था .यह बात मादव राव को बहुत बुरी लगी थी .और उसने सोनिया को काफी खरी खोटी सुनायी थी । फ़िर कुछ समय के बाद माधव राव एक हवाई दुर्घटना में मारे गए .
राहुल गांधी -सुकन्या बलात्कार काण्ड के बारे में लगभग सबको पता चल चुका है .और राहल के अपराधों की लिस्ट और बड़ी हो सकती है। परन्तु उन में से दो ऐसे अपराध हैं जिनके प्रमाणिक तथ्य उपलब्ध है ,वे इस प्रकार हैं ।
१-सितम्बर २००१ में राहुल अपनी सीक्रेट वाइफ जुअनिता उर्फ़ वेरोनिका के साथ अमेरिका के बोस्टन एयर पोर्ट पर ऍफ़ बी आई द्वारा गिरफ्तार किया गया था .उसके पास से इटालियन पासपोर्ट ,और सूटकेस से अवैध रूप से २०००० अमेरिकन डालर बरामद हुए थे। इस गिरफ्तारी के बारे में लखनऊ के ६ वकीलों ने हाईकोर्ट के माध्यम से ऍफ़ बी आई से जानकारी देने हेतु एक याचिका भी दायर भी की थी।
राहुल को छुडाने के लिए सोनिया ने ब्रिजेश मिश्रा से अनुरोध किया था .जो उस समय प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के सलाहकार थे। ब्रिजेश मिश्रा की लड़की ज्योत्स्ना एक इटालियन व्यक्ती से ब्याही है ,जो सोनिया का परिचित था.उसने ज्योत्स्ना के माध्यम से ब्रिजेश मिश्रा पर दवाब डाला की वह बाजपेयी से ,राहुल को छुडाने के लिए बुश प्रशाशन से कहें .और इस तरह से बाजपेयी के प्रयासों से राहुल को छुडाया जा सका था।
२-इंडियन एक्सप्रेस दिनांक ०३जन ०५ के अनुसार अपनी कोलंबियन गर्ल फ्रेंड जुअनिता के साथ केरल के कुमार कौनम ताज होटल में तीन दिन-रात रहा था .यह जगह केरल के कोच्ची नाम की जगह के पास है .जब होटल के मालिक ने राहुल से उसके साथ वाली लड़की के बारे में जानकारी चाही तो ,राहुल ने गोलमाल सा जवाब दिया। इस पर उसी होटल में रुके हुए एक रिटायर्ड प्रोफेसर जोन एम् इत्ती ने ३१दिसम्बर ०४ को लेरल की अलिपुज्हा जिला अदालत में राहुल के ख़िलाफ़ इम्मोरल ट्रैफिक एक्ट के अधीन मुकद्दमा दायर कर दिया था .यह केस अभी अदालत में लंबित है ।
इस से आप समझ सकते हैं की राहुल किस प्रकार का व्यक्ति है .उसे सच्चाई छुपाने की क्या जरूरत थी। सच तो यह है की पूरा सोनिया परिवार ही झूठा है राहुल के बाप राजीव ने दावा किया था की उसने कैम्ब्रिज से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री की थी ,जो बाद में सरासर झूठ निकला .उसकी माँ ने कहा की उसने कैम्ब्रिज सेअन्ग्रेज़ी की डिग्री ली है,यह भी झूठ है .उसने सिर्फ़ एक कोचिंग स्कूल से अन्ग्रेज़ी सीखने का प्रमाण पत्र लिया है.अब राहुल भी ख़ुद को एम् फिल बताता फिरता है ,लेकिन जब उसने बी ऐ पास ही नहीं किया तो ,तो एम् फिल होना कैसे सम्भव हो सकता है।
यह सब मकार और चार सौ बीस हैं .ऐसे लोगों से देश को बचाना हमारा परम कर्तव्य है।
३-नेहरू गांधी परिवार बेनकाब
१०-संजय गांधी-चूंकि फिरोज गांधी १८४४ से ही इंदिरा से अलग रहने लगा था ,और उस दरमियान उसके सम्बन्ध तारकेश्वरी सिन्हा ,महमूना सुल्ताना और सुभद्रा जोशी से हो गए थे .और इंदिरा गांधी ने मुहम्मद यूनुस से सम्बन्ध बना लिए थे। इसी नाजायज़ सम्बन्ध से १९४६ में संजय पैदा हुआ .कुछ सालों के बाद इंदिरा फ़िर से गर्भवती हो गई ,और वह गर्भपात कराने बैंगलोर गयी थी .लेकिन उसने लोगों यह बताया की वह संजय का इलाज करने जा रही है ,जिसके कानों में सुनने की तकलीफ है.लेकिन सच यह है की उसे अपना गर्भपात और संजय का खतना कराना था.कहा जाता है की यह गर्भ धीरेन्द्र ब्रह्मचारी से थे।
बड़े होने पर संजय को अपने भाई राजीव की तरह कैम्ब्रिज में पढने के लिए भेजा गया .वहां उसने एक कार की चोरी की थी .गिरफ्तारी से बचने के लिए उसे कृष्ण मेनन ने दूसरा पासपोर्ट जारी कर दिया जिस पर उसका नाम संजय था ,जबकी पहिले उसका नाम संजीव था .इस चालाकी से उसे गिरफ्तारी से बचाया गया ।
इंग्लैंड से वापिस आने पर उसे धीरेन्द्र और इंदिरा के संबंधों का पता चला .जब वह लन्दन में था तो ,अखबारों में इंदिरा और धीरेन्द्र के आपत्तिजनक फोटो छपे थे। इसलिए संजय इंदिरा को ब्लैकमेल करता था और उस पर हाथ भी उठा देता था। और शारीरिक रूप से भी प्रताडित करता था .तंग आकर इंदिरा ने के जी बी की मदद से संजय की ह्त्या षड़यंत्र रचा .क्योंकि इंदिरा ने इसके लिए के जी बी से यह कहा था की संजय अमरीका समर्थक है। और इसीलिए के जी बी इस ह्त्या के लिए खुशी खुशी तय्यार हो गयी ,और इस ह्त्या को एक दुर्घटना का रूप दे दिया गया ।
१२-प्रियंका- इसका जन्म १९७२ ने हुआ .क्योंकि राजीव ईसाई बन चुका था इसलिए सोनिया ने अपनी बड़ी लड़की का नाम बियेन्का रखा .और यही नाम उसके स्कूल में लिखा है। लोगों को धोका देने के लिए उसने अपना नाम प्रियंका लिया है। इसकी शादी मुरादाबाद निवासी ,राजेद्र वडेरा के लड़के रॉबर्ट वडेरा से हुई ,व्यवसायिक विवाद के कारण प्रियंका की रॉबर्ट के भाई रिचार्ड से अनबन रहती थी और प्रायः झगडे होते थे। और आख़िर एक दिन वह सितम्बर २००३ में दिल्ली की वसंत विहार कालोनी में संदेहास्पद स्थिति में मरा हुआ पाया गया था। मौत के कारणों की आज तक कोई जांच नहीं की गयी।
प्रियंका के दोनों बच्चे ,रेहन और मिराया विदेश में पढ़ रहे हैं
यह सब जानकर आप ख़ुद समझ सकते हैं की यह मुस्लिम- ईसाई वर्ण संकर परिवार कई पुश्तों से हिन्दुओं को कैसे मूर्ख बनाकर ,सत्ता पर कैसे कब्जा किए हुए है ।
अब समय आगया है की इनको सत्ता से दूर रख कर ,महत्त्व पूर्ण पदों से वंचित कर दिया जाए .इसी से देश का भला होगा।
२-नेहरू गांधी परिवार बेनकाब
६-इंदिरा गांधी -लोग इंदिरा गांधी को नेहरू और कमला की संतान मानते हैं .लेकिन कमला के नाजायज़ सम्बन्ध मंजूर अली थे जो मुबारक अली का बेटा था .इंदिरा उसी की औलाद थी .इंदिरा जिंदगी भर एक मुसलमान की तरह रही। उअका बचपन का नाम प्रिय दर्शिनी था .एक बार उसने नेहरू के सचिव एम् ओ मथाई से कहा था की में कभी किसी हिन्दू दे शादी नहीं करूंगी .मुझे उन से नफ़रत है .यही कारण था की जब वह प्रधान मंत्री थी तो उसके चारों तरफ़ मुसलामानों का जमावडा रहता था ।
जब वह शान्ति निकेतन में पढ़ती थी तो उसके सम्बन्ध एक जर्मन से थे। बदनामी के डर से उसकी शादी फिरोज़ से कर दी गयी। वह मुसलमान था .उसका बाप नवाब खान था ,जिसकी पत्नी पारसी थी जो मुसलमान बन गई थी .गांधी के कहने पर फिरोज़ खान ने अपना नाम फिरोज़ गांधी कर लिया ,और इसके उसने लन्दन में एक हलफनामा भी पेश किया था। .पाहिले इंदिरा और फिरोज़का निकाह लन्दन में इस्लामी ढंग से हुआ था ,जिसकी खबर वहां के अखबारों को दी गई थी। बाद में भारत आने पर हिन्दू रीति से दिखावे की शादी की गयी ताकि लोगों धोके में रखा जा सके।
फिरोज़ ने इंदिरा का निकाहनामे में नाम मैमूना बेगम लिखवाया था। वह काफी लालची आदमी था और नेहरू से बार बार पैसों की मांग करता था .तंग आकर एक दिन नेहरू ने उसे घर से निकाल दिया ,और उसे इंदिरा से मिलने की मनाही कर दी थी। इंदिरा भी उस से ऊब चुकी थी । फिरोज भी अलग रहने लगा और १९४४ से लेकर अपनी मौत १९६० तक अलग ही रहा। यद्यपि उनका कानूनी तौर से तलाक नहीं हुआ था लेकिनफिरोज ने इंदिरा को छोड़ दिया था।
७-राजीव गांधी- इसका जन्म १९४४ में हुआ.यह मैमूना और फिरोज की संतान था। इसकी इस्लामी रीति से खतना की गई थी .उसे मुहम्मद युनुस ने इस्लामी तौर तरीके सिखाये थे,बाद में उसे पढने के लिए कैम्ब्रिज ,लन्दन भेजा गया। लेकिन वह पढने की जगह ,अपना समय गन्दी किताबी पढने और आवारा लड़कियों के पीछे लगाता था। तीन सालों में उसने एक भी परीक्षा पास नहीं कि इसीलिए उसे होस्टल खाली करने को कहा गया.बाद में बाक़ी समय उसने भारतीय राजदूत के घर में गुज़ारा .वहीं पर उसकी दोस्ती माधव राव सिंधिया से हुई थी। बाद में दोनों काफी घनिष्ट मित्र हो गए थे।
एक बार दोनों ने मौज मज़े के लिए ,रात भर के लिए एक इटैलियन लड़की को बुलाया .उस रात के बाद राजीव उस लड़की को अक्सर बुलाने लगा। लड़की को प्रभावित करने के लिए उसने ख़ुद को एक बिना लाइसेंस का पायलट ,यानि ट्रेनी बताया .लेकिन उस लड़की इरादे कुछ और ही थे। आगे चल कर अपनी योजना के अनुसार उस लड़की ने राजीव से शादी कि .जसे हम सोनिया के नाम से जानते हैं
८-सोनिया-इसका असली नाम अका अनातोनिया है और पारिवारिक नाम माईनो है .इसके पिता का नाम स्तेफेनो माईनो है सोनिया का जन्म उत्तरी इटली में तुरीन के पास ओब्रस्सानो में हुआ था .उसकी बहिन का नाम अलेस्संद्रा है। इसका जन्म निम्न वर्ग के ग्रामीण परिवार में हुआ .गरीब होने के कारण सोनिया ने एक ईसाई मिसनरी में कुछ पढाई की थी। दूसरी गरीब इटालियन लड़किओं कि तरह उसकी भी जल्दी रुपया कमाने कि इच्छा थी। किसी ने उसे सलाह दी वह कैम्ब्रिज या ऑक्सफोर्ड चली जाए, जहाँ दुनिया भर के धनी लड़के पढने और खूबसूरत लड़किओं के लिए आते हैं .सोनिया भी एक पार्ट टाईम मैड काम चाहती थी .उसने घर में बताया कि वह अंग्रेजी सीखने जा रही है जो उसकी नौकरी में फायदेमंद होगा ।
वहीं कैम्ब्रिज में एक रात राजीव ने सोनिया को ग्रीक पिज्जा पैलेस नाम की जगह पर बुलाया था। और बाद में सोनिया के कहने पर राजीव ने कैथोलिक ईसाई धर्म स्वीकार करके उस से शादी कि और अपना नाम रोबेर्तो कर लिया .इनकी दो संतानें हुयीं .बियेन्का और रा उल जिन्हें लोग राहुल और प्रियंका कहते हैं ।
शादी के बाद भी सोनिया के सम्बन्ध माधव राव सिंधिया से काफी समय तक रहे। लेकिन एक समय जब यह दोनों शराब पीकर घर लौट आरहे थे तो उनका अक्सीडेंट हो गया उस समय रात का एक बजा था .सोनिया माधव राव को घायल अवस्था में छोड़ कर ऑटो में बैठ कर भाग गयी थी .माधव राव को नजदीकी हॉस्टल के कुछ बच्चों ने अस्पताल पहुंचाया था .यह बात मादव राव को बहुत बुरी लगी थी .और उसने सोनिया को काफी खरी खोटी सुनायी थी । फ़िर कुछ समय के बाद माधव राव एक हवाई दुर्घटना में मारे गए .
राजीव गांधी सानिया मैनो से शादी करने के लिए एक कैथोलिक बन गया!और उसका नाम रखा गया रॉबर्टो ! उसके बेटे का नाम RAUL है और बेटी का नाम BIANCA है!
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