विश्व में सबसे अधिक राम का नाम लिया जाता है मक्का में ये मुस्लमान भले ही राम का नाम ना लेना चाहे पर इन्हें लेना ही पड़ता है, आईये बताता हु आपको की ये कैसे होता है.हज करते वक़्त एक कपडा पहना जाता है ,जो बिने सिला होता है ,उस कपडे को बोला जाता है एहराम ,जब जब आजान होती है हर मुसलमान नमाज़ पड़ने के लिये भागता है और सब एक दुसरे से कहने लगते है तवाफ़ [परिक्रमा ] करना है फटाफट एहराम पहनो,अपना एहराम संभालो और चलो,परिक्रमा करते वक़्त ज्यादा भीड़ रहती है ,तो एहराम इधर उधर ख्सकता है तब एक दुसरे से बोलते है की अपना एहराम संभालो ,एहराम में राम है,हज में करीब मानलो दस लाख लोग है और हर व्यक्ति ने रोज़ दस बार भी एहराम शब्द बोला तो कितनी बार उच्छारण हुआ राम नाम का शायद आरबों में ये संख्या पहुच गयी, तो प्यारे मुसलमानों चाहे तुम राम का नाम लेना चाहो या ना चाहो तुम काब्बा में लगे शिवलिंग की परिक्रमा भी करते हो और शिव के इष्ट देव राम के नाम का जाप भी करते हो शिव की परिक्रमा करते वक़्त ,और दुने जानती है की अल्लाह शब्द संस्कृत के शब्द अलः से पैदा हुआ है जिसका अर्थ है शक्ति दुर्गा ,शिव लिंग में निचे माँ शक्ति की योनी मानी जाती है,तो ये शिव लिंग की परिक्रमा भी करते है योनी तो वहा है नहीं मतलब उसकी कमी वो पूरी करते है अल्लाह बोलके जिससे की शिव उपासना पूरी हो सके ,और राम का नाम कैसे लिया जाता है वो तो बता ही चूका हु आपको.बोलो शिव की जय,माँ शक्ति की
जय,श्री राम की जय.
जय,श्री राम की जय.
No comments:
Post a Comment