अधिकांश गैर मुस्लिम लोगों को अल्लाह और इस्लाम के बारे में पुरी जानकारी नहीं होती है. लोगों को अल्लाह और इस्लाम के बारे में वही जानकारी होती है, जो वह फिल्मों और टी वी चेनलों में देखते हैं. चालाक मुस्लिम ब्लोगर अपने ब्लोगों में इस्लाम के बारे में प्रचारित करते है . इस झूठे प्रचार के कारण कुछ लोग खुद को सेकुलर मानने लगे हैं. और अल्लाह को ईश्वर कहने लगे हैं. इन लोगों को अल्लाह के बारे में न तो यह पता है की अल्लाह का कैसा स्वभाव है, और उसे क्या पसंद है. और वह किस चीज से नफ़रत करता है. या किस बात को नापसंद करता है हम आपको अल्लाह की पसंद और नापसंद की कुछ बातें संक्षिप्त में दे रहे है ----
अल्लाह को पसंद है -
1 मस्जिदें बनवाना
2 लोगों को डराना
3 अपनी तारीफ़ करवाना
4 मुसलामनों के मुंह की सडांध
5 लोगों को बीमार करना
6 मर्दों के गर्दन तक लटके बाल
7 मुसलमानों के गंदे पैर
8 लड़ाई, जिहाद
9 लूट का माल
अल्लाह को नापसंद है -
1 संगीत, वाद्य
2 सवाल करना
3 औरतों का सम्भोग से इंकार
4 यहूदी, ईसाई
5 शिक्षा, पढाई
6 खेती करना
7 गैर मुस्लिमों से दोस्ती करना .
अब आपको इसके बारे में प्रमाणिक हदीसों और कुरआन से सबूत दिए जा रहे हैं -
1 -मस्जिदें बनवाना ---
"रसूल ने कहा किजो व्यक्ति जितनी भी मस्जिदें बनवायेगा ,अल्लाह उसके लिए जन्नत उतने ही मकानबनवा देगा " - बुखारी -जिल्द 1 किताब 8 हदीस 441".
"शुक्रवार के दिन फ़रिश्ते मस्जिद के दरवाजे पर आ जाते हैं ,और लोगों के आने का इंतजार करते है .और मस्जिद बनवाने वाले को दुआ देते रहते हैं .इस से अल्लाह खुश होता है ."बुखारी -जिल्द 4 किताब 54 हदीस 433".
"अल्लाह को बाजारों से नफ़रत ,और मस्जिदें पसंद है ".मुस्लिम -किताब 4 हदीस 1416".
2 -लोगों को डराना ---
"अबू मूसा नेकहा कि ,रसूल ने बताया कि अल्लाह चन्द्र ग्रहण और सूर्य ग्रहण इसलिए करता है कि लोग डर जाएँ ,और डर के मारे अल्लाह को पुकारने लगें "बुखारी -जिल्द 2 किताब 18 हदीस 167".
3 -अपनी तारीफ़ करवाना ---
"अबू हुरेरा ने कहा कि रसूल ने कहा कि अल्लाह अपनी तारीफ़ सुन कर खुश होता है .अल्लाह अपनी जीतनी इज्जत और तारीफ़ खुद करता है उतनी कोई दूसरा नहीं कर सकता .अल्लाह को अपनी तारीफ़ पसंद है "मुस्लिम -किताब 37 हदीस 6647 और 6648".
4 -मुंह की बदबू और सड़ांध ---
"अबू हुरेरा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि अल्लाह को रोजेदार मुसलमानों के मुंह से निकलने वाली बदबू और सडांध बहुत पसंद है .अल्लाह को उस बदबू में मुश्क की खुश्बू आती है."बुखारी -जिल्द 7 किताब 72 हदीस 811".
5 -लोगों को बीमार कर देना ---
"रसूल ने कहा कि अल्लाह अपने मुस्लिम बन्दों को कोढी अंधा और गंजा कर देता है और उनको बीमार कर देता है .ऐसा करके अल्लाह ईमानवालों का इम्तिहान लेता है "मुस्लिम -किताब 42 हदीस 7071 और अबू दौउद -जिल्द 2 किताब 20 हदीस 2083."
6 -मर्दों के लम्बे बाल ---
"इब्ने अब्बास ने कहा कि ,रसूल ने बताया कि ,अल्लाह को रसूल के गर्दन से नीचे लटके हुए बाल बहुत पसंद है, क्योंकि अहले किताब (यहूदी ,ईसाई) ने नबियों के ऐसे ही बाल थे .और यह देखकर रसूल ने भी वैसे बाल रख लिए "बुखारी -जिल्द 4 किताब 56 हदीस 758."
7 -गंदे पैर ---
"रसूल ने कहा कि अगर किसी जिहादी के पैर जिहाद के कारण मिट्टी और धूल से घुटनों तक सने होंगे ,तो अल्लाह ऐसे पैरों को पसंद करेगा नाकि धुले हुए साफ पैरों को "बुखारी -जिल्द 2 किताब 13 हदीस 30".
8 -लड़ाई करना और जिहाद करना ---
"अबू मूसा ने कहा कि ,रसूल ने कहा कि जो मुसलमान हमेशा अल्लाह के नाम पर लड़ता रहता है और जिहाद करता है तो अल्लाह उसे सबसे अधिक पसंद करता है. और जन्नत में उसे ऊंचा दर्जा मिलेगा "बुखारी -जिल्द 1 किताब 3 हदीस 125."
9 -लूट का माल ---
"जुबेरिया बिन कदम ने कहा कि उस समय मदीना के लोग अक्सर जिहाद करते थे ,और और लोगों से जबरन जकात और जजिया वसूलते थे . रसूल कहते थे कि इस से अल्लाह खुश होता है "बुखारी-जिल्द 4 किताब 53 हदीस 388".
"अबू हुरेरा ने कहा कि रसूल लूट के माल से धनवान हो गए थे. उनके पास कई मर्द और औरतें गुलाम थे. तसूल कहते थे कि मुझे धनवान देखना अल्लाह को पसंद है, बुखारी -जिल्द 3 किताब 37 हदीस 495."
अब आपको बताते हैं कि अल्लाह को कौन सी बातें नापसंद हैं ,या किस बात से नाराज होता है .देखिये -
1 -संगीत और वाद्य ---
"रसूल ने कहा कि घंटी बजाना और संगीत के वाद्य शितन के काम हैं, और अल्लाह को नापसंद हैं .मुस्लिम -किताब 24 हदीस 5279".
"अबू मालिक ने कहा कि रसूल ने कहा कि जो व्यक्ति संगीत का आनद लेगा और बाजे बजाएगा और रेशम के कपडे पहनेगा अल्लाह उसे बर्बाद कर देगा और उसे सूअर और बन्दर बना देगा .बुखारी -जिल्द 7 किताब 69 हदीस 49."
2 -सवाल करना ---
"रसूल ने कहा कि जोभी व्यक्ति अल्लाह के बारे में सवाल करेगा तो वह शैतान के प्रभाव में है अल्लाह को उसके बारे में सवाल करना पसंद नहीं है. बुखारी -जिल्द 4 किताब 54 हदीस 496 और मुस्लिम -किताब 1 हदीस 242 -243".
3 -औरतों का सम्भोग से इन्कार ---
"अबू हुरेरा ने कहा कि रसूल ने कहा कि अगर कोई औरत अपने पति के कहने पर तुरंत सम्भोग के लिए तैयार नहीं होती तो उस से अल्लाह नाराज हो जाता है और जब तक वह सम्भोग नही करवा लेती, अल्लाह उसे धिक्कार करता है .मुस्लिम -किताब 8 हदीस 3367 -3368."
"रसूल ने कहा कि ,औरत को पति के कहने पर सब काम छोड़कर तुरंत सम्भोग के लिए टायर हो जाना चाहिए .यदि वह पति के साथ ऊंट के हौदे में हो तो उसी पर सम्भोग करावा लेना चाहिए वरना अल्लाह नाराज होगा .इब्ने माजाकिताब 3 हदीस 1853 -1855."
4 -यहूदी और ईसाई ---
"अलाह को यहूदियों और ईसाइयों से इतनी नफ़रत हुई कि ,उन्हें बन्दर और सूअर बना दिया .कुरआन .सूरा मायदा 5 ;60."
"सलीम बिन अब्दुलाह ने कहा कि ,रसूल ने कहा ,अगर यहूदी और ईसाई दुआ करेंगे तो अल्लाह उसका आधा सवाब मुसलमानों को दे देगा .अल्लाह को वे लोग पसंद नहीं हैं .बुखारी -जिल्द 1 किताब 10 हदीस 352."
5 -शिक्षा और पढ़ाई ---
"अता बिन यासर की रवायत है कि अल्लाह को शिक्षा से नफ़रत है ,वह अशिक्षा और पसंद करता है .बुखारी -जिल्द 3 किताब 34 हदीस 355."
"मूसा बिन इस्माइल अल बहरीने कहा कि ,रसूल ने कहा कि अल्लाह अन पढों को इसलिए पसंद करता है ,क्योंकि उसका रसूल भी खुद को अनपढ़ कहता है .अल्लाह यह नहीं चाहता कि कोई रसूल से अधिक पढ़ जाये .मुस्लिम -किताब 1 हदीस 264."
6 -खेती करना ---
"अबू उमामा नेकहा कि रसूल ने कहा कि अल्लाह को खेती की जगह जिहाद और औजारों कि जगह हथियार ज्यादा पसंद हैं .जो खेती को छोड़कर जिहाद करेगा अल्लाह उसे पसंद करेगा .बुखारी -जिल्द 3 किताब 39 हदीस 514."
7 -गैर मुस्लिमों से दोस्ती ---
"ईमान वालों को चाहिए कि वह काफिरों को दोस्त न बनायें .कुरआन .सूरा आले इमरान 3 :28".
अब इस पूरे विवरण को पढ़ने के बाद आपको अल्लाह की पसंद और नापसंद के बारे में अच्छी तरह से पता चल गया होगा ..यह लेख वह लोग जरुर पढ़ें जो सेकुलर हैं .और अल्लाह को ईश्वर मानाने भूल कर रहे हैं.
सर,
ReplyDeleteमुसलमान कहते है कि उनके 1 लाख से ज्यादा पैगम्बर हुए। लेकिन जब इतिहास पढा जाता है तो जिन लोगो को मुस्लिम लोग पैगम्बर बताते है वो यहूदी या ईसाइ होते है। जैसे ईसा मसीह,या येरूसलेम का राजा दाउद या फिर सुलेमान। और हजरत मौ० को वो सबसे आखिरी नबी मानते है
यदि कोई मुस्लिम इस प्रश्न का उत्तर देना चाहे तो दे सकता है।
तो मेरा सवाल यह है कि अगर इस्लाम में 1 लाख से ज्यादा पैगम्बर हुए है तो उनमें से अधिकतर इसाई और यहूदी क्यूं है। इस्लाम ईसा मसीह को मूसा बताकर अपने नबी के रूप में क्यों प्रस्तुत करता है।
इसा सच्चा था मुहम्मद झुटा था...
ReplyDeleteगवार kahika
ईसा ने शांति से धर्म फैलाया कभी मारकाट नहीं की मुह्हमद के हाथ में तलवार थी...